#मुसीबत में कोई नहीं* #सीता के #रखवाले राम थे जब हरण हुआ तब कोई नहीं #द्रौपदी के पाँच #पाण्डव थे जब चीर हरा तब कोई नहीं #दशरथ के चार दुलारे थे जब प्राण तजे तब कोई नहीं #रावण भी शक्तिशाली थे जब लंका जली तब कोई नहीं #श्री कृष्ण सुदर्शनधारी थे जब तीर लगा तब कोई नही #लक्ष्मण भी भारी योद्धा थे जब शक्ति लगी तब कोई नहीं #शरशैय्या पर पड़े पितामह पीड़ा का सांझी कोई नहीं #अभिमन्यु राजदुलारे थे पर चक्रव्यूह में कोई नहीं सच यही है #दुनिया वालो सँसार में अपना कोई नहीं , जो लेख लिखे हमारे कर्मों ने उस लेख के आगे कोई नहीं। Vnita Kasnia Punjab #केवल #कर्म ही #अपना*


 

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