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एलबम------By Vnita Kasnia Punjab---पुरानी एलबम के रिश्तेआज भी नए से दिखते हैं! खड़े थे फोटो में जो पास आज ज़रा दूर दिखते हैं! मां आज भी लगती हैं छुई-मुई सी इक अल्हड़ लड़की,पिता गोल कालर की कमीज़ पहने पंजाबी गबरू नौजवान दिखते हैं! पुरानी एलबम के रिश्तेआज भी नए से दिखते हैं!ब्लैक एंड व्हाइट टीवी पर कुहनी रख खड़ी बहन,क्रोशिए के रंगीन कवर पर सजा,एक गुलदस्ता सी लगती है!स्टूडियो में चश्मा लगाएतिरछे होकर देखते भईया किसी अभिनेता से कम कहां लगते हैं! पुरानी एलबम के रिश्ते आज भी नए से दिखते हैं! स्कूल ग्रुप फोटो के सारे बच्चे बूढ़े हो गए लेकिन आज भीघास पर साथ बैठे पहले सी शरारत से भरे गुब्बारे लगते हैं! पुरानी एलबम के रिश्ते आज भी नए से लगते हैं! ताजमहल के अहाते में पड़ी बैंच परपूरे परिवार संग बैठी मैं मेरी चोटियों में बंधे रिबन आज भी फूल से ज्यादा सुंदर दिखते हैं! पुरानी एलबम के रिश्ते आज भी नए से लगते हैं! दीदी की आँखों में खिंचे काजल के कानेउनके रंगीन सपनों की कहानी कहते हैं! पुरानी एलबम के रिश्तेआज भी नए से लगते हैं!नए लैंब्रैटा की फोटो में पापा के पीछे बैठी छींट की साड़ी में मां,जीवन की भागदौड़ से दूर दोनों,आज कुछ सुस्ताते दिखते हैं! पुरानी एलबम के रिश्तेआज भी नए से दिखते हैं! हर रिश्ते के बनने, टूटनेमिलने, बिछड़ने से बुनी,अहसासों की जीती-जागतीसतरंगी कहानी कहते हैं !पुरानी एलबम के रिश्तेआज भी नए से दिखते हैं!
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