*सुनीता जी छाबरा ने आज अपने जन्म दिन पर बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम में आ कर सभी बे सहारा को भोजन केक समोसे चोक लेट खिलाई बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम टीम की तरफ से जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं आप हमेशा स्वस्थ रहें खुश रहें और ऐसे ही समाज में सेवा करते रहें हम आपको सलूट करते हैं कि**आप बाल वनिता महिला वृद्ध अनाथ आश्रम में जो बेसहरा माताओं और भाइयों और बहनों की सेवा कर रहे हैं आपका दिल की गहराई से बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं आप यूं ही अपने पथ पर समाज के हित में कार्य करते रहें आपको दिल की गहराई से कलजे की कोर से जन्मदिन की हार्दिक* *शुभकामनाएँ*🙏🙏❤️🎂🎂🍨🍨🍚*बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब**अपनों ने ठुकराया,* *तो गैरों ने अपना लिया,* *डूबती हुई कश्ती को,* *साहिल से मिला दिया,**मानव की सेवा सबसे बड़ा धर्म है। मानव की आत्मा ही परमात्मा है। *और मानव मात्र की सेवा करने से ही सच्चे सुख की प्राप्ति होती है। हम मनुष्य से मानव ही बन जाएं और अपने झगड़ों को भुला दें, यही सच्चा धर्म होगा।*

*सुनीता जी छाबरा ने आज अपने जन्म दिन पर बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम में आ कर सभी बे सहारा को भोजन केक समोसे चोक लेट खिलाई बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम टीम की तरफ से जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं आप हमेशा स्वस्थ रहें खुश रहें और ऐसे ही समाज में सेवा करते रहें हम आपको सलूट करते हैं कि*

*आप बाल वनिता महिला वृद्ध अनाथ आश्रम में जो बेसहरा माताओं और भाइयों और बहनों की सेवा कर रहे हैं आपका दिल की गहराई से बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं आप यूं ही अपने पथ पर समाज के हित में कार्य करते रहें आपको दिल की गहराई से कलजे की कोर से जन्मदिन की हार्दिक* *शुभकामनाएँ*🙏🙏❤️🎂🎂🍨🍨🍚
*बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब*
*अपनों ने ठुकराया,*
 *तो गैरों ने अपना लिया,*
 *डूबती हुई कश्ती को,*
 *साहिल से मिला दिया,*
*मानव की सेवा सबसे बड़ा धर्म है। मानव की आत्मा ही परमात्मा है। *और मानव मात्र की सेवा करने से ही सच्चे सुख की प्राप्ति होती है। हम मनुष्य से मानव ही बन जाएं और अपने झगड़ों को भुला दें, यही सच्चा धर्म होगा।*

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