जय श्री राम 1 :- सुंदरकाण्ड का नाम सुंदरकाण्ड क्यो रखा गया ? by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब हनुमानजी, सीताजी की खोज में लंका गए थे और लंका त्रिकुटाचल पर्वत पर बसी हुई थी ! त्रिकुटाचल पर्वत यानी यहां 3 पर्वत थे ! पहला सुबैल पर्वत, जहां के मैदान में युद्ध हुआ था ! दूसरा नील पर्वत, जहां राक्षसों कें महल बसें हुए थे ! और तीसरे पर्वत का नाम है सुंदर पर्वत, जहां अशोक वाटिका नीर्मित थी ! इसी वाटिका में हनुमानजी और सीताजी की भेंट हुई थी ! इस काण्ड की यहीं सबसें प्रमुख घटना थी , इसलिए इसका नाम सुंदरकाण्ड रखा गया है !2 :- शुभ अवसरों पर ही सुंदरकाणड का पाठ क्यो ? शुभ अवसरों पर गोस्वामी तुलसीदासजी द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस के सुंदरकाण्ड का पाठ किया जाता हैं ! शुभ कार्यों की शुरूआत से पहले सुंदरकाण्ड का पाठ करनें का विशेष महत्व माना गया है ! जबकि किसी व्यक्ति के जीवन में ज्यादा परेशानीयां हो, कोई काम नहीं बन पा रहा हैं, आत्मविश्वास की कमी हो या कोई और समस्या हो, सुंदरकाण्ड के पाठ से शुभ फल प्राप्त होने लग जाते है, कई ज्योतिषी या संत भी विपरित परिस्थितियों में सुंदरकाण्ड करने की सलाह देते हैं !3 :- जानिए सुंदरकाण्ड का पाठ विशेष रूप से क्यो किया जाता हैं ? माना जाता है कि सुंदरकाण्ड कें पाठ से हनुमानजी प्रसन्न होते है ! सुंदरकाण्ड के पाठ से बजरंगबली की कृपा बहुत ही शीध्र प्राप्त हो जाती हैं ! जो लोग नियमित रूप से सुंदरकाण्ड का पाठ करते हैं , उनके सभी दुख दुर हो जातें हैं, इस काण्ड में हनुमानजी ने अपनी बुद्धि और बल से सीता जी की खोज की हैं ! इसी वजह से सुंदरकाण्ड को हनुमानजी की सफलता के लिए स्मरण किया जाता हैं! 4 :- सुंदरकाण्ड से मिलता हैं मनोवैज्ञानिक लाभ ? वास्तव में श्रीरामचरितमानस कें सुंदरकाण्ड की कथा सबसे अलग हैं, संपूर्ण श्रीरामचरितमानस भगवान श्रीराम के गुणों और उनके पुरुषार्थ को दर्शाती हैं, सुंदरकाण्ड एक मात्र ऐसा काण्ड हैं जो श्रीराम के भक्त हनुमानजी की विजय का काण्ड हैं ! मनोवैज्ञानिक द्रष्टिकोण से देखा जाए तो यह आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति बढ़ाने वाला काण्ड हैं, सुंदरकाण्ड के पाठ से व्यक्ति को मानसिक शक्ति प्राप्त होती हैं, किसी भी कार्य को पुर्ण करनें के लिए आत्मविश्वास मिलता हैं ! 5 :- सुंदरकाण्ड से मिलता है धार्मिक लाभ ? हनुमानजी की पूजा आराधना सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाली मानी गई हैं, बजरंगबली बहुत शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं, शास्त्रों में इनकी कृपा पाने के कई उपाय बताएं गए हैं, इन्हीं उपायों में सें एक उपाय सुंदरकाण्ड का पाठ करना हैं, सुंदरकाण्ड के पाठ से हनुमानजी के साथ ही श्रीराम की भी विशेष कृपा प्राप्त होती हैं ! किसी भी प्रकार की परेशानी हो सुंदरकाण्ड के पाठ से दूर हो जाती हैं, यह एक श्रेष्ठ और सरल उपाय है, इसी वजह से काफी लोग सुंदरकाण्ड का पाठ नियमित रूप से करते हैं, हनुमानजी जो समुद्र को लांघकर लंका पहुंच गए वहां सीता की खोज की, लंका को जलाया सीता का संदेश लेकर श्रीराम के पास लौट आए, यह एक भक्त की जीत का काण्ड हैं, जो अपनी इच्छाशक्ति के बल पर इतना बड़ा चमत्कार कर सकता है, सुंदरकाण्ड में जीवन की सफलताकेमहत्वपूर्ण सूत्र भी दिए गए हैं. इसलिए पूरी रामायण में सुंदरकाण्ड को सबसे श्रेष्ठ माना जाता हैं. क्योंकि यह व्यक्ति में आत्मविश्वास बढ़ाता हैं, इसी वजह से सुंदरकाण्ड का पाठ विशेष रूप से किया जाता हैं ।जय वीर हनुमान🚩🙏जय श्री राम❤️🙏

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