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किसी की मदद करने के तरीक़े बहुत हैं..by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब बस नीयत होनी चाहिए ...!! चलिये कुछ सुनाती हूँ ?....एक बिजली के पोल पर एक पर्ची लगी देख कर ...संत करीब गया और लिखी तहरीर पढ़ने लगा ..? लिखा था ..- #कृपा इसे ज़रूर पढ़ें ..इस रास्ते पर कल मेरा पचास रुपये का नोट गिर गया है, मुझे ठीक से दिखाई नहीं देता ,जिसे भी मिले #कृपया पहुंचा दे.....!!!! #पता ... ABCD.....XYZ ...####...ये तहरीर पढ़ने के बाद उस संत-महात्मा को बहुत हैरत हुई कि पचास का नोट किसी के लिए जब इतना ज़रूरी है तो तुरंत दर्ज पते पर पहुंच कर आवाज़ लगाई तो एक #बूढ़ी_औरत बाहर निकली,पूछने पर मालूम हुआ कि वो अकेली रहती हैं.. !! युवा #सन्यासी ने कहा - #माताजी ,, आपका खोया हुआ नोट मुझे मिला है ...उसे देने आया हूं ..!!ये सुनकर बूढ़ी महिला रोते हुए कहने लगीं बेटा..!!!अब तक करीब 70/75 लोग मुझे पचास का नोट दे गए हैं ...??मैं #अनपढ़, #अकेली हूं और नज़र भी कमज़ोर है.. पता नहीं कौन #बंदा मेरी इस हालत को देखकर मेरी मदद के लिए वो पर्ची लगा गया है ..!!!बहुत ज़िद करने पर माताजी ने नोट तो ले लिया लेकिन एक विनती भी कर दी कि बेटा... जाते हुए वो पर्ची ज़रूर फाड़ कर फेंक देना...!! .. उस #संन्यासी ने हां तो कर दिया लेकिन उसके ज़मीर ने उसे सोचने पर मजबूर कर दिया कि इससे पहले भी सभी लोगों से #बूढ़ी महिला ने वो पर्ची फाड़ने के लिए कहा होगा मगर जब किसी ने नहीं फाड़ा तो मैं क्यों फाड़ूं ..??फिर मैं उस आदमी के बारे में सोचने लगा कि वो कितना दिलदार रहा होगा जिसने मजबूर #औरत की मदद के लिए ये रास्ता तलाश कर लिया ..मैं उसे #आशीर्वाद देने पर मजबूर हो गया ..!!किसी की मदद करने के तरीक़े बहुत हैं.. बस नीयत होनी चाहिए.!!साभार : वनिता कासनियां पंजाब,
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