*तांबे का कड़ा पहनने के लाभ ! वनिता कासनियां पंजाब!1. तांबे का कड़ा पहनने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है। इसे पहनने से सर्दियों में होने वाली जकड़न को कम किया जा सकता है। पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस में भी ये बेहतद कारगर है। 2. कहते हैं कि तांबा कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल रखने का कार्य करता है। इससे रक्त प्रवाह सुचारू रूप से चलता है।3. यह स्किन केयर करता है। तांबे को पहनने से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। 4. तांबा शरीर में मौजूद अन्य टॉक्सिन को कम करने का काम करता है। 5. कहते हैं कि इससे हीमोग्लोबिन बनाने में मदद मिलती है। 6. यह आपके क्रोध को कंट्रोल करता है। इसके अलावा हाथ में कड़ा धारण करने से कई तरह की बीमारियों से भी रक्षा होती है। 7. पीतल और तांबा मिश्रित धातु का कड़ा पहनने से सभी तरह के भूत-प्रेत आदि नकारात्मक शक्तियों से व्यक्ति की रक्षा होती है। 8. यदि आपका सूर्य कमजोर है तो, तांबे का कड़ा पहनने से यह बलवान हो जाएगा, जिसके चलते आपका मान-सम्मान के साथ ही उन्नती भी बढ़ेगी। 9. कड़ा हनुमानजी का प्रतीक है, इसे पहनने से हनुमानजी की कृपा बनी रहती है और संकट दूर रहते हैं। 10. कहते हैं कि, इससे इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। अब जानिए नियम : ----- - तांबे का कड़ा पहनने से पहले आपकी कुंडली के ग्रहों की स्थिति को जान लें और ज्योतिष की सलाह पर ही पहनें। - लाल किताब ज्योतिष के अनुसार हाथ पराक्रम भाव है, गला लग्न भाव है और प्रत्येक धातु का एक ग्रह-नक्षत्र है जिसका उस पर प्रभाव होता है। - लाल किताब के अनुसार कलाई पर, अंगुलियों में या गले में कोई सी भी धातु को बहुत ही सोच समझ कर पहनना चाहिए यह आपके लिए घातक भी सिद्ध हो सकती है। - लाल किताब के अनुसार गला हमारा लग्न स्थान होता है और लॉकेट पहनने से हमारा हृदय और फेफड़े प्रभावित होते हैं। अत: लॉकेट सिर्फ तीन तरह की धातु का ही पहनना चाहिए पीतल, चांदी और तांबा। सोना भी सोच-समझकर ही पहनें। - गले या हाथ में कुछ तो भी बगैर सोचे-समझे पहने से आपके मस्तिष्क में परिवर्तन तो होता ही है, साथ ही आपके रक्तचाप में भी बदलावा आ सकता है। हो सकता है कि इससे धीरे-धीरे आपकी बैचेनी बढ़ रही हो। हृदय की धड़कने धीमी पड़ने लगी या और तेज चलने लगी हो ? आपको इसके असर का उसी तरह पता नहीं चलता है, जिस तरह की काले या मटमेले रंगे के कपड़े पहनने के असर का पता नहीं चलता है। - बहुत से लोग कड़ा पहनने के बाद किसी भी प्रकार का नशा करते हैं या अन्य कोई अनैतिक कार्य करते हैं तो, उसे इसकी सजा जरूर मिलती है, इसलिए कड़ा सोच-समझकर पहनें। - ध्यान रहे, यह कड़ा हनुमानजी का आशीर्वाद स्वरूप है, अत: अपनी पवित्रता पूरी तरह बनाए रखें। कोई भी अपवित्र कार्य कड़ा पहनकर न करें अन्यथा कड़ा प्रभावहीन तो हो ही जाएगा, साथ ही इसकी आपको सजा भी मिलेगी।- कड़े को पहनने के पूर्व दिन, वार, नक्षत्र, मुहूर्त आदि को जान लें फिर ही कड़ा पहनें, और बहनों से पहले कड़े को मंत्र अभिमंत्रित कर लें !!सलाह:----उपरोक्त पड़े को धारण करने से पहले अपनी कुंडली किसी विद्वान व्यक्ति को अवश्य दिखा लें !
*तांबे का कड़ा पहनने के लाभ !
1. तांबे का कड़ा पहनने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है। इसे पहनने से सर्दियों में होने वाली जकड़न को कम किया जा सकता है। पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस में भी ये बेहतद कारगर है।
2. कहते हैं कि तांबा कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल रखने का कार्य करता है। इससे रक्त प्रवाह सुचारू रूप से चलता है।
3. यह स्किन केयर करता है। तांबे को पहनने से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
4. तांबा शरीर में मौजूद अन्य टॉक्सिन को कम करने का काम करता है।
5. कहते हैं कि इससे हीमोग्लोबिन बनाने में मदद मिलती है।
6. यह आपके क्रोध को कंट्रोल करता है। इसके अलावा हाथ में कड़ा धारण करने से कई तरह की बीमारियों से भी रक्षा होती है।
7. पीतल और तांबा मिश्रित धातु का कड़ा पहनने से सभी तरह के भूत-प्रेत आदि नकारात्मक शक्तियों से व्यक्ति की रक्षा होती है।
8. यदि आपका सूर्य कमजोर है तो, तांबे का कड़ा पहनने से यह बलवान हो जाएगा, जिसके चलते आपका मान-सम्मान के साथ ही उन्नती भी बढ़ेगी।
9. कड़ा हनुमानजी का प्रतीक है, इसे पहनने से हनुमानजी की कृपा बनी रहती है और संकट दूर रहते हैं।
10. कहते हैं कि, इससे इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।
अब जानिए नियम : -----
- तांबे का कड़ा पहनने से पहले आपकी कुंडली के ग्रहों की स्थिति को जान लें और ज्योतिष की सलाह पर ही पहनें।
- लाल किताब ज्योतिष के अनुसार हाथ पराक्रम भाव है, गला लग्न भाव है और प्रत्येक धातु का एक ग्रह-नक्षत्र है जिसका उस पर प्रभाव होता है।
- लाल किताब के अनुसार कलाई पर, अंगुलियों में या गले में कोई सी भी धातु को बहुत ही सोच समझ कर पहनना चाहिए यह आपके लिए घातक भी सिद्ध हो सकती है।
- लाल किताब के अनुसार गला हमारा लग्न स्थान होता है और लॉकेट पहनने से हमारा हृदय और फेफड़े प्रभावित होते हैं। अत: लॉकेट सिर्फ तीन तरह की धातु का ही पहनना चाहिए पीतल, चांदी और तांबा। सोना भी सोच-समझकर ही पहनें।
- गले या हाथ में कुछ तो भी बगैर सोचे-समझे पहने से आपके मस्तिष्क में परिवर्तन तो होता ही है, साथ ही आपके रक्तचाप में भी बदलावा आ सकता है। हो सकता है कि इससे धीरे-धीरे आपकी बैचेनी बढ़ रही हो। हृदय की धड़कने धीमी पड़ने लगी या और तेज चलने लगी हो ? आपको इसके असर का उसी तरह पता नहीं चलता है, जिस तरह की काले या मटमेले रंगे के कपड़े पहनने के असर का पता नहीं चलता है।
- बहुत से लोग कड़ा पहनने के बाद किसी भी प्रकार का नशा करते हैं या अन्य कोई अनैतिक कार्य करते हैं तो, उसे इसकी सजा जरूर मिलती है, इसलिए कड़ा सोच-समझकर पहनें।
- ध्यान रहे, यह कड़ा हनुमानजी का आशीर्वाद स्वरूप है, अत: अपनी पवित्रता पूरी तरह बनाए रखें। कोई भी अपवित्र कार्य कड़ा पहनकर न करें अन्यथा कड़ा प्रभावहीन तो हो ही जाएगा, साथ ही इसकी आपको सजा भी मिलेगी।
- कड़े को पहनने के पूर्व दिन, वार, नक्षत्र, मुहूर्त आदि को जान लें फिर ही कड़ा पहनें, और बहनों से पहले कड़े को मंत्र अभिमंत्रित कर लें !!
सलाह:----उपरोक्त पड़े को धारण करने से पहले अपनी कुंडली किसी विद्वान व्यक्ति को अवश्य दिखा लें !
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