#सोने री #धरती अठै, #चांदी रो असमान।#रंग #रंगीलो रस भरियो, ओ म्हारो #राजस्थान।वीर-वीरांगनाओं की भूमि राजस्थान के स्थापना #दिवस की सभी #प्रदेशवासियों को #बाल #बाल वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की अध्यक्ष #श्रीमती #वनिता #कासनियां #पंजाब #संगरिया #राजस्थान🌞 🚩 । l *ॐ* l । 🚩 🌞 🕉 || *श्री गणेशाय नमः* || 🕉 *राम राम राम राम* *राम राम* *राम राम* *राम राम राम राम राम* *राम राम* *राम राम* *राम राम राम राम* 🏹 *जय श्री सीता राम* 🏹  *सुप्रभातम् स्नेह वंदनम्*🙏🙏🍀🌻🌹🌸🌷🌺🙏 *राजस्थान दिवस* की *हार्दिक शुभकामनाएं* 🚩 *" ll जय श्री #राम ll "* 🚩 *#भारत #माता की #जय* 🙏🙏 🙏 *राम राम*🙏 🚩 #Vnita* 🚩 🌹✳️🌹✳️🌹✳️🌹✳️👌🏽👌🏽बहुत सुन्दर रचना 👌🏽👌🏽विश्व मे सबसे ज्यादा शाकाहारी लोग भारत में है,व भारत मे सबसे ज्यादा शाकाहारी लोग बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम में है,ओर मुझे गर्व है कि में उस बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम से हु,😊*कंद-मूल खाने वालों से**मांसाहारी डरते थे*।।*पोरस जैसे शूर-वीर को**नमन 'सिकंदर' करते थे*॥*चौदह वर्षों तक खूंखारी* *वन में जिसका धाम था*।।*मन-मन्दिर में बसने वाला* *शाकाहारी *राम* था*।।*चाहते तो खा सकते थे वो* *मांस पशु के ढेरो में*।।*लेकिन उनको प्यार मिला*' *शबरी' के जूठे बेरो में*॥*चक्र सुदर्शन धारी थे**गोवर्धन पर भारी थे*॥*मुरली से वश करने वाले**गिरधर' शाकाहारी थे*॥*पर-सेवा, पर-प्रेम का परचम**चोटी पर फहराया था*।।*निर्धन की कुटिया में जाकर* *जिसने मान बढाया था*॥*सपने जिसने देखे थे**मानवता के विस्तार के*।।*नानक जैसे महा-संत थे**वाचक शाकाहार के*॥*उठो जरा तुम पढ़ कर देखो* *गौरवमय इतिहास को*।।*आदम से आदी तक फैले**इस नीले आकाश को*॥*दया की आँखे खोल देख लो**पशु के करुण क्रंदन को*।।*इंसानों का जिस्म बना है**शाकाहारी भोजन को*॥*अंग लाश के खा जाए**क्या फ़िर भी वो इंसान है*?*पेट तुम्हारा मुर्दाघर है**या कोई कब्रिस्तान है*?*आँखे कितना रोती हैं जब* *उंगली अपनी जलती है**सोचो उस तड़पन की हद* *जब जिस्म पे आरी चलती है*॥*बेबसता तुम पशु की देखो* *बचने के आसार नही*।।*जीते जी तन काटा जाए*,*उस पीडा का पार नही*॥*खाने से पहले बिरयानी*,*चीख जीव की सुन लेते*।।*करुणा के वश होकर तुम भी**गिरी गिरनार को चुन लेते*॥*शाकाहारी बनो*...!🙏🌷🍏🍊🍋🍉#जय_जय_राजस्थान रंगीले #राजस्थान री सुरीली माटी रे संस्कारों री महक सूं महकती #राजस्थान_दिवस री शुभकामनवां ।। राजस्थान की संस्कृति, सभ्यता, जीवन शैली, सांप्रदायिक सौहार्द, प्रेम, सहनशीलता, वीर, शौर्य , त्याग, बलिदान का प्रतीक राजस्थान उन्नति के पथ पर अग्रसर रहे बहुत-बहुत बधाई एवं #शुभकामनाएं...💐💐#जय_जय_राजस्थान#Rajasthan

#सोने री #धरती अठै, #चांदी रो असमान।
#रंग #रंगीलो रस भरियो, ओ म्हारो #राजस्थान।
वीर-वीरांगनाओं की भूमि राजस्थान के स्थापना #दिवस की सभी #प्रदेशवासियों को #बाल #बाल वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की अध्यक्ष #श्रीमती #वनिता #कासनियां #पंजाब #संगरिया #राजस्थान

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  🕉 || *श्री गणेशाय नमः* || 🕉
      
      *राम        राम  राम राम* 
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  🏹 *जय श्री सीता राम* 🏹
  
   *सुप्रभातम् स्नेह वंदनम्*🙏
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      *हार्दिक शुभकामनाएं* 
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👌🏽👌🏽बहुत सुन्दर रचना 👌🏽👌🏽
विश्व मे सबसे ज्यादा शाकाहारी लोग भारत में है,
व भारत मे सबसे ज्यादा शाकाहारी लोग बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम में है,
ओर मुझे गर्व है कि में उस बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम से हु,😊

*कंद-मूल खाने वालों से*
*मांसाहारी डरते थे*।।

*पोरस जैसे शूर-वीर को*
*नमन 'सिकंदर' करते थे*॥

*चौदह वर्षों तक खूंखारी* 
*वन में जिसका धाम था*।।

*मन-मन्दिर में बसने वाला* 
*शाकाहारी *राम* था*।।

*चाहते तो खा सकते थे वो* 
*मांस पशु के ढेरो में*।।

*लेकिन उनको प्यार मिला*
' *शबरी' के जूठे बेरो में*॥

*चक्र सुदर्शन धारी थे*
*गोवर्धन पर भारी थे*॥

*मुरली से वश करने वाले*
*गिरधर' शाकाहारी थे*॥

*पर-सेवा, पर-प्रेम का परचम*
*चोटी पर फहराया था*।।

*निर्धन की कुटिया में जाकर* 
*जिसने मान बढाया था*॥

*सपने जिसने देखे थे*
*मानवता के विस्तार के*।।

*नानक जैसे महा-संत थे*
*वाचक शाकाहार के*॥

*उठो जरा तुम पढ़ कर देखो* 
*गौरवमय इतिहास को*।।

*आदम से आदी तक फैले*
*इस नीले आकाश को*॥

*दया की आँखे खोल देख लो*
*पशु के करुण क्रंदन को*।।

*इंसानों का जिस्म बना है*
*शाकाहारी भोजन को*॥

*अंग लाश के खा जाए*
*क्या फ़िर भी वो इंसान है*?

*पेट तुम्हारा मुर्दाघर है*
*या कोई कब्रिस्तान है*?

*आँखे कितना रोती हैं जब* 
*उंगली अपनी जलती है*

*सोचो उस तड़पन की हद*                    
*जब जिस्म पे आरी चलती है*॥

*बेबसता तुम पशु की देखो* 
*बचने के आसार नही*।।

*जीते जी तन काटा जाए*,
*उस पीडा का पार नही*॥

*खाने से पहले बिरयानी*,
*चीख जीव की सुन लेते*।।

*करुणा के वश होकर तुम भी*
*गिरी गिरनार को चुन लेते*॥

*शाकाहारी बनो*...!

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#जय_जय_राजस्थान 
रंगीले #राजस्थान री सुरीली माटी रे संस्कारों री महक सूं महकती #राजस्थान_दिवस री शुभकामनवां ।। 
राजस्थान की संस्कृति, सभ्यता, जीवन शैली, सांप्रदायिक सौहार्द, प्रेम, सहनशीलता, वीर, शौर्य , त्याग, बलिदान का प्रतीक राजस्थान उन्नति के पथ पर अग्रसर रहे

 बहुत-बहुत बधाई एवं #शुभकामनाएं...💐💐
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