सुपारी खाना केवल शौक या व्यसन नहीं है बल्कि यह एक आयुर्वेदिक औषधि है |
By वनिता कासनियां पंजाब::
इससे बना सुपारी पाक एक आयुर्वेदिक टॉनिक है, जो विशेषतः महिलाओं को लाभ देता है |
सुपारी पाक बनाने हेतु सुपारी का पाउडर बना कर छाया में सुखाया जाता है। फिर इस पाउडर को दूध और घी में मिलाकर गाढ़ा होने तक पकाया जाता है, इसके बाद इसमें चीनी और कुछ अन्य जड़ीबूटियों का पाउडर मिलाया जाता है। तब जा कर सुपारी पाक तैयार होता है | यह प्रसिद्ध प्राचीन संस्कृत आयुर्वेदिक ग्रंथ "आयुर्वेद सार संग्रह" में वर्णित फार्मूला है |
सेवन की विधि - इसे भोजन के 1 से 2 घंटे बाद दिन में दो बार गाय के दूध के साथ लिया जाता हैं, इसे कभी खाली पेट नहीं लिया जाता |
सुपारी पाक की सामान्य खुराक - 13 से 19 वर्ष की किशोरी के लिए -- 5 ग्राम व वयस्क महिला के लिए – 10 ग्राम है |
अधिकतम खुराक – 20 ग्रा. प्रतिदिन से अधिक न लें |
सुपारी पाक गर्भाशय को मजबूत करने में भी मदद करता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने के कारण इसके कई अन्य लाभ हैं जो नीचे बताये गये हैं।
1 - ल्यूकोरिया का इलाज करता है |
2 - ऊर्जा और शक्ति दोबारा लाता है |
3 - श्रोणि सूजन की बीमारी (पीआईडी) |
4 - बांझपन को ठीक करता है |
5 - गर्भाशय को मजबूत करता है |
6 - मासिक धर्म की समस्याओं का इलाज करता है |
यह प्रतीकात्मक चित्र - गूगल से साभारhttps://www.facebook.com/vnita.vnita.50/videos/637963300661555/
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