20 साल पुराना जोड़ का दर्द के कैसे ठीक करें? By वनिता कासनियां पंजाब, जोड़ों में सूजन, दर्द आम दौर पे बुजुर्गों में अधिक पाया जाता है लेकिन आजकल युवाओं, बच्चों में भी यह पाया जा रहा है I पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में इसका प्रमाण ज्यादा होता है Iभारत में करीब १५ प्रतिशत याने लगभग 18 करोड़ लोग आर्थराइटिस याने जोड़ों के दर्द से पीड़ित हैं I एक अध्ययन में पाया गया है कि देश में आर्थराइटिस से जुड़े मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही रही है Iइलाजसंतुलित आहार, जीवनशैली में योग्य बदलाव, वजन नियंत्रित रखना इसके लिए जरूरी है lकुछ आसान उपाय काफी मदत कर सकते है l१. रसोई में पायी जानेवाली मसालों की चीजे दर्द कम करने में असरदार होती है Iमेथी दाना, सौंठ और हल्दी बराबर मात्रा में मिला कर तवे या कढ़ाई में भून कर पीस लें। रोजाना एक चम्मच चूर्ण सुबह-शाम भोजन करने के बाद गर्म पानी के साथ लें।सर्दियों में मेथी के लड्डू बनाकर खाना फायदेमंद है I२. रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच मेथी के पिसे दानों में एक ग्राम कलौंजी मिलाकर गुनगुने पानी के साथ लें। दोपहर और रात में खाना खाने के बाद आधा-आधा चम्मच लेने से जोड़ मजबूत होंगे और किसी प्रकार का दर्द नहीं होगा।३. हल्दी को एक अच्छे दर्द निवारक के रूप में जाना जाता है Iयह एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी ऑक्सीडेंट होने कारण जोड़ों के दर्द, सूजन को कम करने में अत्यंत उपयुक्त है Iआधा चम्मच हल्दी का पाउडर शहद के साथ लेना या एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर रोजाना पीना घुटनों के दर्द को कम करने में उपयुक्त है I४. अदरक दर्दनिवारक, एंटी इंफ्लेमेटरी , एंटी ऑक्सीडेंट आदि औषधीय गुणों से युक्त होने के साथ ही रक्त संचार को भी तेज करता है Iपानी में अदरक उबालें और ठंडा करके इसमें शहद मिलाएं। और दिन में ३ बार इस चाय को पिएं।प्रभावित हिस्से की अदरक के तेल से मसाज भी आराम मिलेगा।मसाज और सिकाईघुटने के दर्द और सूजन को कम करने के लिए बाह्य उपचार जैसे मसाज, सिकाई बहोत असरदार होते है Iमालिश से रक्तसंचरण बढ़ता है, मांसपेशियां, टेंडॉन्स रिलैक्स होते है जिससे दर्द कम होने में मदत मिलती है lनारियल, जैतून, सरसों या लहसुन के तेल से जोड़ों की मालिश करें। हल्के हाथों से दबाव देते हुए दर्द वाले हिस्से को मलें।१. कपड़े को गर्म पानी में भिगोकर बनाए पैड से सिंकाई करने से घुटने के दर्द में आराम मिलता है।२. सरसों का तेल घुटने और जोड़ों के दर्द के लिए काफी फायदेमंद है I दो चम्मच सरसों के तेल में ३-४ लहसुन कलियां पीसकर डाले और अच्छे से पका ले I छानकर, गुनगुना रहने पर इस तेल से घुटने की सुबह शाम दो बार मालिश करे Iआयुर्वेद में निर्गुन्डी, गुग्गुलु, शल्लकी, हरिद्रा, गोखरू, त्रिफला, देवदार, दशमूल, आदि औषधीय अपने दर्दनिवारक, वातशामक गुणों के कारण सन्धिवात या आर्थराइटिस में इस्तमाल की जाती है l इनसे बने योगराज गुग्गुलु, पुनर्नवा गुग्गुलु, महारास्नादि काढ़ा, वात विध्वंस रस, महानारायण तेल आदि योग काफी प्रभावी है l लेकिन उचित वैद्यकीय सलाह लेकर ही इनका प्रयोग करे lडॉ वैद्याज का Arthritis Pack, जोड़ों के दर्द, सूजन को कम करने का आयुर्वेदिक और सुरक्षित उपाय है I इसमें संधिवती टेबलेट, रुमॉक्स बाम, निर्गुंडी जॉइंट गार्ड तेल और हर्बोफिट कैप्सूल यह चार औषधीया शामिल है I इसके नियमित उपयोग से दर्द, सूजन कम हो कर घुटनों की समस्याओं में राहत मिलती है lपंचकर्मआयुर्वेद में वर्णित बस्ति चिकित्सा वात दोष के कारण होनेवाले जोड़ों के दर्द जैसे विकारों में उपयुक्त है। इस में औषधि सिद्ध तेल जैसे - सहचर, क्षीरबला तेल या तिल तेल और दशमूल काढ़ा इन का एनीमा दिया जाता है।जानु बस्ती - इस में रोगी को पीठ के बल लेटाकर घुटनों के उपर उड़द दाल के आटे से एक रिंग बनाई जाती है। इस में गुनगुना औषधि तेल डालकर रखा जाता है। तेल ठंडा होने पर दोबारा उसे गर्म तेल से बदल देते है। ३० से ४० मिनट तक इस उपक्रम को किया जाता है।जानु बस्ती से घुटनों का दर्द, जखडन और सूजन कम होकर उन में लचीलापन बढ़ता है। खासकर पुराने दर्द में यह कारगर होता है।आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श ले कर इन का उपयोग करे।औषधियों के साथ भोजन और जीवनशैली में बदलाव भी जरूरी हैभोजन में दालचीनी, जीरा, अदरक और हल्दी का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें। गर्म तासीर वाले इन पदार्थों के सेवन से घुटनों की सूजन और दर्द कम होता है।विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियां जो फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर हो और जिनमें विटामिन सी, डी, और ई और सेलेनियम जैसे सूजन से लड़ने वाले एंटी ऑक्सिडेंट शामिल हैं।जोड़ों को गतिविधि बनाए रखने के लिए व्यायाम करना कुछ लोगों में घुटने के दर्द को कम करता है। आर्थराइटिस से पीड़ित लोगों के लिए, पैर
20 साल पुराना जोड़ का दर्द के कैसे ठीक करें? By वनिता कासनियां पंजाब, जोड़ों में सूजन, दर्द आम दौर पे बुजुर्गों में अधिक पाया जाता है लेकिन आजकल युवाओं, बच्चों में भी यह पाया जा रहा है I पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में इसका प्रमाण ज्यादा होता है Iभारत में करीब १५ प्रतिशत याने लगभग 18 करोड़ लोग आर्थराइटिस याने जोड़ों के दर्द से पीड़ित हैं I एक अध्ययन में पाया गया है कि देश में आर्थराइटिस से जुड़े मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही रही है Iइलाजसंतुलित आहार, जीवनशैली में योग्य बदलाव, वजन नियंत्रित रखना इसके लिए जरूरी है lकुछ आसान उपाय काफी मदत कर सकते है l१. रसोई में पायी जानेवाली मसालों की चीजे दर्द कम करने में असरदार होती है Iमेथी दाना, सौंठ और हल्दी बराबर मात्रा में मिला कर तवे या कढ़ाई में भून कर पीस लें। रोजाना एक चम्मच चूर्ण सुबह-शाम भोजन करने के बाद गर्म पानी के साथ लें।सर्दियों में मेथी के लड्डू बनाकर खाना फायदेमंद है I२. रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच मेथी के पिसे दानों में एक ग्राम कलौंजी मिलाकर गुनगुने पानी के साथ लें। दोपहर और रात में खाना खाने के बाद आधा-आधा चम्मच लेने से जोड़ मजबूत होंगे और किसी प्रकार का दर्द नहीं होगा।३. हल्दी को एक अच्छे दर्द निवारक के रूप में जाना जाता है Iयह एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी ऑक्सीडेंट होने कारण जोड़ों के दर्द, सूजन को कम करने में अत्यंत उपयुक्त है Iआधा चम्मच हल्दी का पाउडर शहद के साथ लेना या एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर रोजाना पीना घुटनों के दर्द को कम करने में उपयुक्त है I४. अदरक दर्दनिवारक, एंटी इंफ्लेमेटरी , एंटी ऑक्सीडेंट आदि औषधीय गुणों से युक्त होने के साथ ही रक्त संचार को भी तेज करता है Iपानी में अदरक उबालें और ठंडा करके इसमें शहद मिलाएं। और दिन में ३ बार इस चाय को पिएं।प्रभावित हिस्से की अदरक के तेल से मसाज भी आराम मिलेगा।मसाज और सिकाईघुटने के दर्द और सूजन को कम करने के लिए बाह्य उपचार जैसे मसाज, सिकाई बहोत असरदार होते है Iमालिश से रक्तसंचरण बढ़ता है, मांसपेशियां, टेंडॉन्स रिलैक्स होते है जिससे दर्द कम होने में मदत मिलती है lनारियल, जैतून, सरसों या लहसुन के तेल से जोड़ों की मालिश करें। हल्के हाथों से दबाव देते हुए दर्द वाले हिस्से को मलें।१. कपड़े को गर्म पानी में भिगोकर बनाए पैड से सिंकाई करने से घुटने के दर्द में आराम मिलता है।२. सरसों का तेल घुटने और जोड़ों के दर्द के लिए काफी फायदेमंद है I दो चम्मच सरसों के तेल में ३-४ लहसुन कलियां पीसकर डाले और अच्छे से पका ले I छानकर, गुनगुना रहने पर इस तेल से घुटने की सुबह शाम दो बार मालिश करे Iआयुर्वेद में निर्गुन्डी, गुग्गुलु, शल्लकी, हरिद्रा, गोखरू, त्रिफला, देवदार, दशमूल, आदि औषधीय अपने दर्दनिवारक, वातशामक गुणों के कारण सन्धिवात या आर्थराइटिस में इस्तमाल की जाती है l इनसे बने योगराज गुग्गुलु, पुनर्नवा गुग्गुलु, महारास्नादि काढ़ा, वात विध्वंस रस, महानारायण तेल आदि योग काफी प्रभावी है l लेकिन उचित वैद्यकीय सलाह लेकर ही इनका प्रयोग करे lडॉ वैद्याज का Arthritis Pack, जोड़ों के दर्द, सूजन को कम करने का आयुर्वेदिक और सुरक्षित उपाय है I इसमें संधिवती टेबलेट, रुमॉक्स बाम, निर्गुंडी जॉइंट गार्ड तेल और हर्बोफिट कैप्सूल यह चार औषधीया शामिल है I इसके नियमित उपयोग से दर्द, सूजन कम हो कर घुटनों की समस्याओं में राहत मिलती है lपंचकर्मआयुर्वेद में वर्णित बस्ति चिकित्सा वात दोष के कारण होनेवाले जोड़ों के दर्द जैसे विकारों में उपयुक्त है। इस में औषधि सिद्ध तेल जैसे - सहचर, क्षीरबला तेल या तिल तेल और दशमूल काढ़ा इन का एनीमा दिया जाता है।जानु बस्ती - इस में रोगी को पीठ के बल लेटाकर घुटनों के उपर उड़द दाल के आटे से एक रिंग बनाई जाती है। इस में गुनगुना औषधि तेल डालकर रखा जाता है। तेल ठंडा होने पर दोबारा उसे गर्म तेल से बदल देते है। ३० से ४० मिनट तक इस उपक्रम को किया जाता है।जानु बस्ती से घुटनों का दर्द, जखडन और सूजन कम होकर उन में लचीलापन बढ़ता है। खासकर पुराने दर्द में यह कारगर होता है।आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श ले कर इन का उपयोग करे।औषधियों के साथ भोजन और जीवनशैली में बदलाव भी जरूरी हैभोजन में दालचीनी, जीरा, अदरक और हल्दी का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें। गर्म तासीर वाले इन पदार्थों के सेवन से घुटनों की सूजन और दर्द कम होता है।विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियां जो फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर हो और जिनमें विटामिन सी, डी, और ई और सेलेनियम जैसे सूजन से लड़ने वाले एंटी ऑक्सिडेंट शामिल हैं।जोड़ों को गतिविधि बनाए रखने के लिए व्यायाम करना कुछ लोगों में घुटने के दर्द को कम करता है। आर्थराइटिस से पीड़ित लोगों के लिए, पैर