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ब्रह्मांड में सबसे बड़ी वस्तु क्या है? (बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब)I T Pro, F1 fan and Space enthusiast.हो सकता है कि यह जवाब Quora अंग्रेज़ी पर वनिता कासनियां द्वारा द्रा दिए गए जवाब का सटीक अनुवाद न हो:What is the largest object in the universe?सबसे बड़ी गैर-गोलाकार ठोस वस्तु: Haumea – 620 किलोमीटर रेडियससबसे बड़ा चंद्रमा: Ganymede – 2,634 किलोमीटर रेडियस (वनिता कासनियां पंजाब)सबसे बड़ा चट्टानी ग्रह: Kepler-10c – 15,000 किलोमीटर रेडियससबसे बड़ा गैस विशाल ग्रह: HD 100546 b – 4.19 लाख किलोमीटर रेडियससबसे बड़ा रिंग सिस्टम: J1407b – 9 करोड़ किलोमीटर रेडियससबसे बड़ा तारा: Stephenson 2-18 – 150 करोड़ किलोमीटर रेडियससबसे बड़ा ब्लैक होल: TON 618 – 19.4 हजार करोड़ किलोमीटर रेडियससबसे बड़ा नाब्युला: LAB-1 – 6 लाख प्रकाश वर्ष रेडियससबसे बड़ी आकाशगंगा: IC 1101 – 78.4 लाख प्रकाश वर्ष रेडियससबसे बड़ी संरचना: हरक्यूलिस-कोरोना बोरेलिस महान दीवार – 20 अरब प्रकाश-वर्ष रेडियस

#नाथूराम_ #गोडसे महान नहीं थे ..By #बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की #अध्यक्ष #श्रीमती #वनिता_कासनियां #पंजाब #संगरिया #राजस्थान🙏🙏❤️ वो एक मामूली व्यक्ति थे। उनके पास महान बनने का ऑप्शन नहीं था। उनपर महान बनने की सनक भी सवार नहीं थी ...नाथूराम गोडसे जी में अगर कोई सनक थी तो राष्ट्रवाद की सनक थी। पागलों की तरह पाकिस्तान से आए एक-एक शरणार्थीयों के लिए दो रोटी और कम्बल जुटाते फिरते थे। और गाँव-गाँव घूम-घूम कर छुआछूत मिटाने का, अछूतों-दलितों के साथ बैठ कर खाने का, दलित वंचित लोगों को खिलाने का आयोजन किया करते थे ...नाथूराम गोडसे बड़े आदमी नहीं थे .. उन्होंने कभी बड़े-बड़े सत्य के प्रयोग नहीं किए। वे ब्रह्मचारी थे, क्योंकि उनके पागलपन में परिवार के लिए स्थान नहीं था। ( _और ऐसा इसलिए नहीं कि, उन्हें ब्रह्मचर्य की आध्यात्मिक शक्ति पर बड़ी-बड़ी बातें कहनी थी, न उन्हें अपने ब्रह्मचर्य प्रयोग करने के लिए पंद्रह-सोलह साल की लड़कियों के साथ नंगे सोने का ऑप्शन नहीं था।_ ) "वे अविवाहित थे क्योंकि ऐसे कड़के सनकी को बेटी कौन देता ..?? और खिलाते क्या ..??नाथूराम महान नहीं थे .. कोर्ट में मजिस्ट्रेट उनके लिए खड़ा नहीं होता था, महारानियाँ उनसे मिलने का समय भी नहीं निकालती थीं, जिनसे अधनंगे मिलकर वो अपनी महानता सिद्ध कर सकें।उन्हें कोई बिरला उन्हें ब्लैंक-चेक नहीं देता था ... घर के बर्तन और अपनी भाभी के गहने बेच कर अखबार चलाया करते थे .. और अखबार में देश के विभाजन का, हिन्दुओं की दुर्दशा का दर्द लिखा करते थे ... तब फेसबुक नहीं था उनके पास, जिसमें अपने आइवॉरी-टॉवर में बैठ कर स्टैटस अपडेट करते ... या, ट्विटर पर ट्रेंड करते ...गाँधी महान थे गाँधी के लिए अपनी महानता ही सबसे बड़ा ऑब्शेसन था। दुनिया में अपनी महानता सिद्ध करना उनका सबसे बड़ा मिशन था ...देश विभाजन से लाखों हिंदुओं की बलि चढाकर, हजारों माताएं बहन और बेटीयों के बलात्कार के बदले उन्होंने मानवता को नई राह दिखाई थी .. इसमें राष्ट्रहित और हिंदु मानवहित जैसी छोटी-छोटी बातें उन्हें परेशान नहीं करती थीं। पंद्रह-बीस लाख हिन्दुओं की जान उनके आड़े नहीं आ सकती थी।गाँधी की महानता ग्लोबल है ... गाँधी की मूर्तियाँ न्यूयॉर्क, लंदन, सिडनी में लगें .. जिन लोगों ने गाँधी को हमारे मत्थे मढ़ा है, हम उन्हें ही वह गाँधी लौटा दें ... हम मामूली लोग गाँधी की महानता की लक्जरी एफॉर्ड नहीं कर सकते।#Vnita🙏🙏❤️हमारी श्रद्धा का पात्र तो यह नाथूराम गोडसे ही है ..मेरा देश और इसकी संस्कृति गोडसे की वज़ह से और गांधी/नेअरू के षड्यंत्रों के बावजूद जिंदा है लेकिन कब तक ? हर #हिंदू को जागना ही होगा ।

माता कैकयी के लिए धारणा बदलिए आप बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब'अध्यात्म रामायण' कहती है कि एक रात जब माता कैकेयी सोती हैं तो उनके स्वप्न में विप्र, धेनु, सुर, संत सब एक साथ हाथ जोड़ के आते हैं और उनसे कहते हैं कि 'हे माता कैकेयी, हम सब आपकी शरण में हैं। महाराजा दशरथ की बुद्धि जड़ हो गयी है तभी वो राम को राजा का पद दे रहे हैं। अगर प्रभु राजगद्दी पर बैठ गए तब उनके अवतार लेने का मूल कारण ही नष्ट हो जायेगा। माता, सम्पूर्ण पृथ्वी पर सिर्फ आपमें ही ये साहस है की आप राम से जुड़े अपयश का विष पी सकती हैं। कृपया प्रभु को जंगल भेज के सुलभ करिये, युगों-युगों से कई लोग उद्धार होने की प्रतीक्षा में हैं। त्रिलोकस्वामी का उद्देश्य भूलोक का राजा बनना नहीं है। अगर वनवास ना हुआ तो राम इस लोक के 'प्रभु' ना हो पाएंगे माता।' ये कहते-कहते देवता घुटनों पर आ गए। माता कैकेयी के आँखों से आँसू बहने लगे। माता बोलीं - 'आने वाले युगों में लोग कहेंगे कि मैंने भरत के लिए राम को छोड़ दिया लेकिन असल में मैं राम के लिए आज भरत का त्याग कर रही हूँ। मुझे मालूम है इस निर्णय के बाद भरत मुझे कभी स्वीकार नहीं करेगा।' रामचरित मानस में भी कई जगहों पर इसका संकेत मिलता है जब गुरु वशिष्ठ दुःखी भरत से कहते हैं -सुनहु भरत भावी प्रबल बिलखि कहेउ मुनिनाथ।हानि लाभु जीवनु मरनु जसु अपजसु बिधि हाथ।हे भरत ! सुनो भविष्य बड़ा बलवान् है। हानि-लाभ, जीवन-मरण और यश-अपयश, ये सब विधाता के ही हाथ में है, बीच में केवल माध्यम आते हैं। प्रभु इस लीला को जानते थे इसीलिए चित्रकूट में तीनों माताओं के आने पर प्रभु सबसे पहले माता कैकेयी के पास ही पहुँच कर प्रणाम करते हैं क्यूंकि उनको पैदा करने वाली भले ही कौशल्या जी थीं लेकिन उनको 'मर्यादा पुरुषोत्तम' बनाने वाली माता कैकेयी ही थीं। 🙏 🌹जय श्री राम🌹 🙏

हिंदुस्तान की बागवानी By वनिता कासनियां पंजाब क्या करें?नोटः -किससे सम्पर्क करें?फल फूलों की खेती करना, अपने लाभ को दूना करनाक्या करें?बागवानी फसलें अपनायें और कम क्षेत्र से ज्यादा आमदनी पायें।स्वस्थ फसल के लिए उच्च गुणवत्ता की पौध लगायें।शीत भण्डारण अपनाकर फल सब्जियां लम्बे समय तक ताजा रखें।सही कटाई विधि, सफाई, ग्रेडिंग, प्रसंस्करण व पैकेजिंग अपनाकर अधिकतम लाभ उठायें।पॉली हाउस, शेडनेट, लो-टनल द्वारा बिना मौसम की सब्जियां पैदा कर अधिक लाभ कमायें।क्र0संसहायता का प्रकारकार्य के लिए सहायता का पैमानायोजना/ घटक1आदर्श पौधशाला (मॉडल नर्सरी) का विकास-2 से 4 हैक्टरइकाई लागत का 40 प्रतिशत प्रति इकाई अथवा अधिकतमराशि रु.40 लाख 4 है। के लिए (क्रेडिट लिंक्ड बैक एन्डेड सब्सिडी)राष्ट्रीय बागवानी मिशन2छोटी नर्सरी का विकास (1 हैक्टर)इकाई लागतका 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम राशि रु.7।50 लाख प्रति इकाई (क्रेडिट लिंक्ड बैक एन्डेड सब्सिडी)राष्ट्रीय बागवानी मिशन3बीज ढांचागत विकास (प्रोजेक्ट आधारित)प्रोजेक्ट की कीमत की 50 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि-100 लाख रु., भारत सरकार द्वारा प्रोजेक्ट स्वीकृत किए जाते है (क्रेडिट लिंक्ड बैक एन्डेड सब्सिडी)राष्ट्रीय बागवानी मिशन4सघन फलोद्यान की स्थापना (अधिकतम 4 हैक्टर)लागत का 40 प्रतिशत अधिकतमराशि रु. 60,000/- प्रति हैक्टर (60% 20% 20 के अनुपात में) तीन वर्ष में, (एक कृषक को अधिकतम 4 है। हेतु अनुदान देय) जनजाति उप योजना क्षेत्र में लागत का 50 प्रतिशत अधिकतम राशि रु.75,000/- प्रति हैक्टर (60% 20% 20 के अनुपात में) तीन वर्ष मेंराष्ट्रीय बागवानी मिशन5सामान्य फलोद्यान की स्थापना(अधिकतम 4 हैक्टर) लागतलागत का 40 प्रतिशत अधिकतमराशि रु.40,000/- प्रति हैक्टर (60% 20% 20 के अनुपात में) तीन वर्ष में, (एक कृषक को अधिकतम 4 है। हेतु अनुदान देय)जनजाति उप योजना क्षैत्र में लागत का 50 प्रतिशत अधिकतम राशि रु.50,000/- प्रति हैक्टर (60% 20% 20 के अनुपात में) तीन वर्ष में,राष्ट्रीय बागवानी मिशन6मशरुम(अ)समन्वित मशरुम इकाई (स्पान, कम्पोस्ट एवं प्रशिक्षण हेतु)इकाई लागत का 40 प्रतिशत अथवा अधिकतम राशि रु.8.00 लाख (क्रेडिट लिंक्ड बैक एन्डेड सब्सिडी)राष्ट्रीयबागवानी मिशन(ब)स्पान निर्माण इकाईइकाई लागत का 40 प्रतिशत अथवा अधिकतम राशि रु.6.00 लाख (क्रेडिट लिंक्ड बैक एन्डेड सब्सिडी)राष्ट्रीयबागवानी मिशन(स)कम्पोस्ट निर्माण इकाईइकाई लागत का 40 प्रतिशत अथवा अधिकतम राशि रु.8.00 लाख हैक्टर (क्रेडिट लिंक्ड बैक एन्डेड सब्सिडी)राष्ट्रीयबागवानी मिशन7लूज फ्लॉवर के बगीचों की स्थापना(देशी गुलाब)लघु एवं सीमांत कृषकों हेतु लागत का 40प्रतिशत अथवा अधिकतमर प्रतिशत 16000/-प्रति है। तथा अन्य कृषकों हेतु 25 प्रतिशत अधिकतमराशि 10000/- प्रति हैक्टर (एक कृषक को अधिकतम 2 है. तक अनुदान देय)राष्ट्रीयबागवानी मिशन8मसाला बगीचों की स्थापनालागत का 40 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.5500/- प्रति हैक्टर(एक कृषक को अधिकतम 4 है। तक अनुदान देय)राष्ट्रीयबागवानी मिशन9पुराने बगीचों का जीर्णोद्धारलागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.20,000/- प्रति हैक्टर (एक कृषक को अधिकतम 2 है. तक अनुदान देय)राष्ट्रीयबागवानी मिशन संरक्षित खेती10ग्रीन हाउस (टयूबूलर संरचना)लागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.467.50 प्रति वर्ग मीटर तथा लघु सीमांत कृषकों हेतु राज्य योजना मद से अतिरिक्त 25 प्रतिशत अनुदान (एक कृषक को अधिकतम 4000/- वर्ग मीटर क्षेत्र हेतु अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन शेड नेट हाउस (टयूबूलर संरचना)लागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम राशि रु.355.00 प्रति वर्ग मीटर (एक कृषक को अधिकतम 4000/- वर्ग मीटर क्षेत्र हेतु अनुदान देय) लघु सीमांत कृषकों हेतु राज्य योजना मद से अतिरिक्त 25 प्रतिशत अनुदानराष्ट्रीय बागवानी मिशन प्लास्टिक मल्चलागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.16,000/- प्रति हैक्टर (एक कृषक को अधिकतम 2 हैक्टर क्षेत्र हेतु अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन प्लास्टिक टनललागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम राशि रु.30/- प्रति वर्ग मीटर, (एक कृषक को अधिकतम 1,000/- वर्ग मीटर क्षेत्र हेतु अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन एन्टी बर्ड नेटलागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम राशि रु.17.50 प्रति वर्ग मीटर (एक कृषक को अधिकतम 5,000/- वर्ग मीटर क्षेत्र हेतु अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन पोली हाउस में अधिक मूल्य वाली सब्जियोंलागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम राशि रु.70.00 प्रति वर्ग मीटर (एक कृषक को अधिकतम 4,000/- वर्ग मीटर क्षेत्र हेतु अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन पोली हाउस/शेड नेट हाउस में कारनेशन एवं जरबेरा फूलों की पौध रोपण सामग्री एवं खेतीलागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.305/- प्रति वर्ग मीटर (एक कृषक को अधिकतम 4,000/- वर्ग मीटर क्षेत्र हेतु अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन पोली हाउस/शेड नेट हाउस में गुलाब फूलों की पौध रोपण सामग्री एवं खेतीलागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम राशि रु.213/- प्रति वर्ग मीटर (एक कृषक को अधिकतम 4,000/- वर्ग मीटर क्षेत्र हेतु अनुदानदेय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन11मधुमक्खी पालन मधुमक्खी कालोनी (आठ फ्रेम कीकालोनी)लागत का 40 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.800/- प्रति कालोनी (एक कृषक को अधिकतम 50 कालोनी हेतु अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन मधुमक्खी बक्सेलागत का 40 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशिरु.800/- प्रति बक्सा (एक कृषक को अधिकतम 50 बक्सों हेतु अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन12फसलोत्तर प्रबंधन पैक हाउस/खेत संग्रहण ईकाई (9 मीटर ग 6 मीटर)लागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.2 लाख प्रति इकाईराष्ट्रीय बागवानी मिशन समन्वित पैक हाउस (कनवेयर बेल्ट,छटाई,ग्रेडिंग ईकाईयों,धोने,सुखाने और वनज के लिये सुविधाओ के साथ 9 मीटर ×18 मीटर)लागत का 35 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.17.50 लाख प्रति इकाइ(क्रेडिट लिंक्ड बैक एन्डेड सब्सिडी)राष्ट्रीय बागवानी मिशन रेफ्रीजरेटेड वेनलागत का 35 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.9।1 लाख प्रति इकाई (क्रेडिट लिंक्ड बैक एन्डेड सब्सिडी)राष्ट्रीय बागवानी मिशन कोल्ड स्टोरेज (5000 मे. टन हेतु)लागत का 35 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.(क्रेडिट लिंक्ड बैक एन्डेड सब्सिडी)राष्ट्रीय बागवानी मिशन प्राथमिक/ मोबाईल प्रसंस्करण इकाईलागत का 40 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.10 लाख प्रति इकाई (क्रेडिट लिंक्ड बैक एन्डेड सब्सिडी)राष्ट्रीय बागवानी मिशन राइपनिंग चेम्बर (300 मे. टन हेतु)लागत का 35 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.0।35 लाख प्रति इकाई (क्रेडिट लिंक्ड बैक एन्डेड सब्सिडी)राष्ट्रीय बागवानी मिशन13स्थिर/ मोबाईल वेन्डिगं कार्ट शीत चेम्बर के साथ प्लेटफार्मलागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.15,000/- प्रति इकाईराष्ट्रीय बागवानी मिशन14समन्वित कीट/पौषक तत्व प्रबन्धन समन्वित कीट/पौषक तत्व प्रबन्धनलागत का 30 प्रतिशत अथवा अधिकतमराशि रु.1200/- प्रति कालोनी (एक कृषक को अधिकतम 4 हे. हेतु अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन15जैविक खेती जैविक खेती को प्रोत्साहनलागत का 50 प्रतिशत अधिकतमराशि रु. 10,000/- प्रति हैक्टर जो कि तीन वर्षो में (40% 30% 30 के अनुपात में,देय है। (एक कृषक को अधिकतम 4 है. हेतु अनुदान देय)यह कार्यक्रम जैविक खेती प्रमाणीकरण से जुडा है।राष्ट्रीय बागवानी मिशन जैविक खेती प्रमाणीकरण50 हे. क्लस्टर के लियेराशि रु.5।00 लाख जो प्रथम एवं द्वितीय वर्ष में 1.50 लाख रु. एवं तृतिय वर्ष में 2.00 लाख रु. देय है।राष्ट्रीय बागवानी मिशन वर्मी कम्पोस्ट ईकाई(पक्का निर्माण)लागत का 50 प्रतिशत या अधिकतम रु. 50000/- (ईकाई का आकार 30फीटग 8फीटग 2.5फीट)राष्ट्रीय बागवानी मिशन एच.डी.पी.ई. वर्मी बेड इकाई( 15907रू 2010)लागत का 50 प्रतिशतया अधिकतम रु.8000/- (ईकाई का आकार 12फीट× 4फीट× 2फीट)राष्ट्रीय बागवानी मिशन16उद्यानिकी में यांत्रिकरणट्रेक्टर(20 बी.एच.पी.तक)रोटावेटर/उपकरण सहितसामान्य कृषकों को लागत का 25 प्रतिशत अथवा अधिकतम राशि रूपये 75000/- प्रति उपकरण। अनु.जाति, अनु.जनजाति,लघु एवं सीमान्त एवं महिला कृषकों को लागत का 35 प्रतिशत अथवा अधिकतम राशि रूपये 100000/- प्रति उपकरण (एक कृषक को एक उपकरण हेतु ही अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशनपॉवर चलित मशीन/यंत्र (20 बी।पी।एच। तक) भूमि विकास, जोत एवं सीड बेड तैयारी उपकरणसामान्य कृषकों को अधिकतमराशि रूपये12000/- प्रति उपकरण। अनु.जाति, अनु.जनजाति, लघु एवं सीमान्त एवं महिला कृषकों को अधिकतमराशि रूपये 15000/- प्रति उपकरण (एक कृषक को एक उपकरण हेतु ही अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन बुआई, रोपाई एवं खुदाई उपकरण.सामान्य कृषकों को अधिकतमराशि रूपये12000/- प्रति उपकरण। अनु.जाति, अनु.जनजाति,लघु एवं सीमान्त एवं महिला कृषकों को अधिकतमराशि रूपये 15000/- प्रति उपकरण (एक कृषक को एक उपकरण हेतु ही अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन प्लास्टिक मल्च बिछाने की मशीनरीसामान्य कृषकों को अधिकतमराशि रूपये28000/- प्रति उपकरण अन.जाति, अनु.जनजाति, लघु एवं सीमान्त एवं महिला कृषको को अधिकतमराशि रूपये 35000/- प्रति उपकरण (एक कृषक को एक उपकरण हेतु ही अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन स्वचालित बागवानी मशीनरीसामान्य कृषकों को अधिकतम राशि रूपये 100000/- प्रति उपकरण- अनु.जाति, अनु. जनजाति,लघु एवं सीमान्त एवं महिला कृषकों को अधिकतमराशि रूपये 125000/- प्रति उपकरण (एक कृषक को एक उपकरण हेतु ही अनुदान देय)राष्ट्रीय बागवानी मिशन मानव संसाधन विकास कृषक प्रशिक्षण (राज्य के अन्दर)राशि रूपये 1000/- प्रति कृषक प्रतिदिन (परिवहन सहित)राष्ट्रीय बागवानी मिशन समन्वित फसलोत्तर प्रबन्धन पैक हाउस/खेत संग्रहण इकाई ( 9 मीटर × 18 मीटर )लागत का 50 प्रतिशतराष्ट्रीय बागवानी मिशन समन्वित पैक हाउस (कनवेयरबेल्ट,छंटाई,गेडिंगइकाईयों,धोने,सुखानेऔर वनज के लिये सुविधाओं के साथ9 मीटर × 18 मीटर )लागत का 35 प्रतिशत (क्रेडिट लिंक्ड बैंक एन्डेड)राष्ट्रीय बागवानी मिशन प्री-कुलिंग इकाईलागत का ३५ प्रतिशत (क्रेडिट लिंक्ड बैंक एन्डेड)राष्ट्रीय बागवानी मिशन कोल्ड स्टोरेज(5000 मै.टन हेतु)लागत का 35 प्रतिशत (क्रेडिट लिंक्ड बैंक एन्डेड)राष्ट्रीय बागवानी मिशन रेफ्रीजरेटेड वेनलागत का 35 प्रतिशत (क्रेडिट लिंक्ड बैंक एन्डेड)4 मैट्रिक टन क्षमता से कम नही।राष्ट्रीय बागवानी मिशन प्राथमिक/मोबाईल/न्यून प्रसंस्करण इकाईलागत का 40 प्रतिशत (क्रेडिट लिंक्ड बैंक एन्डेड)राष्ट्रीय बागवानी मिशन श्राइपनिंग (चेम्बर 300 मै।टन तक)लागत का 35 प्रतिशत (क्रेडिट लिंक्ड बैंक एन्डेड)राष्ट्रीय बागवानी मिशन कम लागत प्याज भण्डारण संरचना(25 मै।टन)लागत का 50 प्रतिशतराष्ट्रीय बागवानी मिशन खुदरा बाजार/आउट लेट(नियंत्रित वातावरण)लागत का 35 प्रतिशत या अधिकतम रु.5.25 लाख (क्रेडिट लिंक्ड बैंक एन्डेड)राष्ट्रीय बागवानी मिशन संग्रह.छटाई/ग्रेडिंग,पेकिंग इकाईलागत का 40 प्रतिशतया अधिकतम रु.6.०० लाख (क्रेडिट लिंक्ड बैंक एन्डेड)राष्ट्रीय बागवानी मिशन सौर उर्जा पम्प संयत्रं परियोजनाअन्तर्गत कृषक देय अनुदानजवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीयसौर उर्जा मिशन सेAC सोलर पम्प पर 32400 रु.प्रति HPव DC पम्प पर 40500 रु.प्रति HP अनुदान देय है इसके अलावा राज्य योजना अन्तर्गत संयंत्र आधार दर पर 40 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान देय है। कुल देय अनुदान लगभग 70 प्रतिशत है। सौर पम्प संयंत्र 3 HP हेतु न्यूनतम 0.5 है। का भू-स्वामित्व व उच्च उद्यानिकी यथा ग्रीनहाउस/शेडनेटहाउस/लो-टनल्स( न्यूनतम1000 वर्ग मीटर) एवं 5 HP हेतु न्यूनतम 1.0 है। से अधिक का भू-स्वामित्व व न्यूनतम 2000 वर्ग मीटर उच्च उद्यानिकी ग्रीन हाउस/शेड नेट हाउस / लो-टनल्स या न्यूनतम 0.75 है। मे ड्रिप परसब्जियाँ/फूल/फलोद्यान/कृषि फसल लिये जा रहे हो।जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीयसौर ऊर्जा मिशन एवं राज्य योजना नोटः -1. राष्ट्रीय बागवानी मिशन अन्तर्गत राज्य के चयनित 24 जिलो में ही उक्त कार्यक्रमों हेतु अनुदान देय है।2. राज्य के अन्य 9 जिलों यथा-सीकर,चुरू,दौसा,भरतपुर,धोलपुर,बीकानेर,हनुमानगढ़,राजसंमद एवं प्रतापगढ़ में उक्त कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिये सहायताराशि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना मद से देय है।किससे सम्पर्क करें?जिला स्तर पर सहायक निदेशक/ उप निदेशक उद्यान या कृषि एवं राज्य स्तर पर उद्यान निदेशकसे सम्पर्क करें।स्त्रोत : किसान पोर्टल,भारत सरकार