संदेश

गणेशजी के आशीर्वाद से सुखमय दांपत्यजीवन के साथ-साथ बाहर घूमने- फिरने और मनभावन भोजन मिलने का योग है। आयात निर्यात के साथ जुड़े व्यापारियों को धंधा में लाभ और सफलता मिलेगी। आपकी खोई हुई वस्तु वापस मिलने की संभावना है। प्रिय व्यक्ति के साथ प्रेम का सुखद अनुभव प्राप्त कर सकेंगे। प्रवास आर्थिक लाभ और वाहन सुख की संभावना है। वाद-विवाद से दूर रहना हितकर है। वृषभ गणेशजी की दृष्टि से आपका आज का दिन शुभफलदायक साबित होगा। निर्धारित कार्य सफलतापूर्वक पूरे होंगे। अधूरे कार्य पूरे होंगे। शारीरिक, मानसिक स्वस्थता बनी रहेगी। आर्थिक लाभ होगा। ननिहाल पक्ष की ओर से आनंदपूर्ण समाचार मिलेंगे। बीमारी में राहत महसूस होगी। नौकरी पेशावाले वर्ग को नौकरी में लाभ होगा। सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। मिथुन गणेशजी कहते हैं कि आज संतानों और जीवनसाथी के स्वास्थ्य के सम्बंध में चिंता होगी। वाद-विवाद या चर्चाओं में गहरे न उतरना हित में रहेगा। आत्म सम्मान को ठेस पहुँचेगी तथा स्त्री मित्रों द्वारा खर्च या नुकसान होने की संभावना है। पेट सम्बंधी बीमारियों से तकलीफ होगी। नए कार्य की शुरुआत और प्रवास न करने के लिए गणेशजी कहते हैं। कर्क शारीरिक- मानसिक अस्वस्थता का अनुभव होगा। छाती में दर्द या किसी विकार से परिवार में अशांति निर्मित होगी। स्त्री पात्र के साथ मनमुटाव और तकरार होने की संभावना है। सार्वजनिक रूप से मानहानि होने से दुःख अनुभव करेंगे। समय से भोजन नहीं मिलेगा। अनिद्रा के शिकार होंगे। धन खर्च तथा अपयश मिलने का योग है। सिंह कार्य सफलता और प्रतिस्पर्धियों पर विजय का नशा आपके दिलोदिमाग पर छाया रहेगा, जिससे अब प्रसन्नता अनुभव करेंगे। भाई- बहनों के साथ मिलकर घर पर कोई आयोजन करेंगे। मित्रों, स्नेहीजनों के साथ यात्रा करने का योग है। स्वास्थ्य बना रहेगा। आर्थिक लाभ, प्रियजनों की मुलाकात से खुशी होगी। शांत चित्त से नए कार्यों को आरंभ कर सकेंगे। अचानक भाग्य वृद्धि का अवसर गणेशजी देखते हैं। कन्या परिवार में आज आनंद का वातावरण रहेगा। वाणी की मधुरता और न्यायप्रिय व्यवहार से आप लोकप्रियता प्राप्त करेंगे। आर्थिक लाभ होने की संभावना है। मिष्टान्न भोजन मिलेगा। विद्यार्थियों के विद्याध्ययन के लिए अनुकूल समय है। मौज-शौक के साधनों के पीछे खर्च होगा। अनैतिक प्रवृत्तियों से दूर रहने की गणेशजी सलाह देते हैं। तुला अपनी कला- कारीगरी को बाहर लाने के लिए सुनहरे अवसर न खोने के लिए गणेशजी कहते हैं। आपकी रचनात्मक और कलात्मक शक्ति अधिक निखरेगी। शारीरिक, मानसिक स्वस्थता बनी रहेगी। मनोरंजन की प्रवृत्तियों में दोस्तों तथा परिवारजनों के साथ भाग लेंगे। आर्थिक लाभ होगा। सुंदर भोजन वस्त्र और वाहन सुख की प्राप्ति होगी। प्रिय व्यक्ति की मुलाकात तथा कार्य सफलता का योग है। दांपत्यजीवन में विशेष मधुरता रहेगी। वृश्चिक गणेशजी कहते हैं कि आनंद-प्रमोद, मनोरंजन के पीछे धन का व्यय होगा। मानसिक चिंता एवं शारीरिक कष्ट के कारण आप परेशान रहेंगे। दुर्घटना या शल्य चिकित्सा से संभलकर रहिएगा। बातचीत में किसी के साथ गलतफहमी न हो इसका विशेष ध्यान रखिएगा। स्वभाव में कुछ उग्रता रहेगी, इसलिए झगडे से दूर रहें। सम्बंधियो के साथ कोई कुप्रसंग की संभावना है। मानहानि या धनहानि की संभावना है। अदालती कार्यों में संभलकर रहिएगा। असंयमित व्यवहार परेशानी में डाल सकता है। धन आर्थिक, सामाजिक और पारिवारिक दृष्टि से आपके लिए आज का दिन लाभदायी है ऐसा गणेशजी कहते हैं। गृहस्थजीवन का संपूर्ण आनंद आप प्राप्त कर पाएँगे। प्रेम कि सुखद अनुभूति होगी। मित्रों के साथ किसी रमणीय स्थल पर घूमने जा सकते हैं। जीवनसाथी की खोज करनेवालों के लिए विवाह योग हैं। पुत्र और पत्नी की ओर से आप को कुछ लाभ मिलेगा। आय में वृद्धि तथा व्यापार में लाभ मिलने का दिन है। स्त्री मित्रों से लाभ होगा। आज अच्छे भोजन का योग है, ऐसा गणेशजी कहते हैं। मकर गणेशजी कहते हैं कि आप का दिन संघर्षमय रहेगा। आज के दिन आग, पानी या वाहन सम्बंधित दुर्घटना से सावधान रहें। व्यापार के कारण व्यग्रता होगी। व्यापार के लिए यात्रा करने से लाभ होगा। उच्च अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। नौकरी में पदोन्नति होगी। संतान की पढाई के संबंध में आपको संतोष का अनुभव होगा। गृहस्थजीवन आनंदपूर्वक बीतेगा। धन, मान, सम्मान मिलेगा। सगे संबंधी एवं मित्रो से लाभ होगा। कुंभ गणेशजी बताते हैं कि आपका दिन मिश्र फलदायी होगा। आप का स्वास्थ्य नरम-गरम रहेगा। फिर भी मानसिक शांति प्राप्त कर पाएँगे। कार्य करने का उत्साह मंद होगा। अधिकारियों से संभलकर चलना हितकर है। खर्च नाहक ही अधिक होगा। आनंद-प्रमोद, घूमने-फिरने के पीछे धन का व्यय होगा। प्रवास एवं पर्यटन की संभावना है। विदेश से समाचार मिलेंगे। संतान की चिंता सताएगी। प्रतिस्पर्धियों के साथ किसी गहन चर्चा में न उतरने की गणेशजी सलाह देते हैं। मीन गणेशजी का कहना है कि आप का दिन मध्यम फलदायी होगा। अधिक परिश्रमवाले कार्य अभी टालिएगा। मानसिक, शारीरिक परिश्रम अधिक होगा। आकस्मिक धनलाभ के योग हैं। व्यापारीवर्ग को पुरानी उगाही का धन मिल सकता है। स्वास्थ्य के विषय में संभालिएगा। अधिक खर्च न हो इसका ध्यान रखिए। अनैतिक कामवृत्ति पर संयम रखिएगा। ईश्वरभक्ति और आध्यात्मिक विचारों का पालन करें।

बलुवाना न्यूज पंजाब पत्नी ने बनाया बैक्टीरिया खाने वाला वायरस:सुपरबग ले रहा था पति की जान, वायरस देकर मौत के मुंह से खींच लाई; By वनिता कासनियां पंजाब,अमेरिका की महामारी विशेषज्ञ स्टेफनी स्ट्रैथडी के पति टॉम पैटरसन फरवरी 2016 में सुपरबग से पीड़ित थे। तमाम तरह के इलाज के बाद जब डॉक्टर्स ने जब हाथ खड़े कर दिए तब स्टेफनी ने अपने पति को बचाने के लिए एक चौंकाने वाला फैसला लिया।उन्होंने अपने पति को दवाओं के जरिए नहीं बल्कि नेचुरल वायरस खोजकर बचाया। इसके लिए उन्होंने डॉक्टरों की एक टीम बनाई और सुपरबग के बैैक्टीरिया को नष्ट करने में इस नेचुरल वायरस का इस्तेमाल किया। इसके लिए हर खराब चीज जैसे सीवेज, दलदल, तालाब, नाव की सड़ी हुई लकड़ी, मैदान और घास के ढेर से वायरस जुटाए।खबरें और भी हैं…वायरस का कॉकटेल बनाकर पति को दियामहामारी विशेषज्ञ स्टेफनी स्ट्रैथडी पति टॉम पैटरसन के साथ।महामारी विशेषज्ञ स्टेफनी स्ट्रैथडी पति टॉम पैटरसन के साथ।इन सभी वायरस का कॉकटेल बनाकर उन्होंने अपने पति के शरीर में इंजेक्ट कर दिया। इसके तीन सप्ताह बाद ही टॉम की स्थिति में सुधार होने लगा। टॉम पूरी तरह से ठीक होने लगे। यह एक ऐसी कहानी है जिससे हर साल सुपरबग्स के कारण जान गंवाने वाले लगभग 70 लाख लोगों को बचाया जा सकता है। दरअसल, जब बैक्टीरिया, वायरस, फंगस या पैरासाइट्स समय के साथ बदलते हैं और दवाओं का उन पर असर नहीं होता है, तब एंटीमाइक्रोबायल रेजिस्टेंट (AMR) पैदा होता है।अमेरिका में FDA से मिली मंजूरीऐसे समय में संक्रमण का इलाज काफी मुश्किल हो जाता है। सुपरबग को एंटीबायोटिक-रेजिस्टेंट बैक्टीरिया भी कहते हैं। अमेरिका के फूड एंड ड्रग एसोसिएशन (FDA) ने भी इस कॉकटेल के लिए मंजूरी दे दी। वहीं, आगामी खतरे काे देखते हुए एंटीबायोटिक बनाने में मदद मांगी है।मिडिल ईस्ट में मिलता है सुपरबग​​​​​​​स्टेफनी और टॉम की कहानी हर साल सुपरबग्स के कारण जान गंवाने वाले लगभग 70 लाख लोगों को बचा सकती है।स्टेफनी और टॉम की कहानी हर साल सुपरबग्स के कारण जान गंवाने वाले लगभग 70 लाख लोगों को बचा सकती है।यह बैक्टीरिया मिडिल ईस्ट की रेत में पाया जाता है। दरअसल, इराक युद्ध के दौरान बम की चपेट में आए अधिकांश अमेरिकी सैनिकों के घावों में यह सुपरबग पाया गया था। इसके चलते इस सुपरबग का नाम इराकिबेक्टर रख दिया गया था। अब यह तेजी से फैल रहा है।2050 तक हर साल 1 करोड़ मौतों का खतरासुपबग्स से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। इंग्लैंड सरकार की एक कमीशन ने अनुमान लगाया है कि 2050 तक सुपरबग्स के कारण हर साल 1 करोड़ लोगों की जान जा सकती है। यानी, हर तीन सेकंड में एक व्यक्ति की मौत हो सकती है।

नहीं रहे एमडीएच मसालों के स्वामी पदम भूषण से सम्मानित महाशय धर्मपाल गुलाटी, दिल्ली के माता चंदन देवी हॉस्पिटल में आज सुबह 6 बजे ली आखिरी सांस, भगवान उनकी आत्मा को शांति व परिवार को शांतनु प्रदान करें... (Vnita kasnia punjab)..महाशय धर्मपाल गुलाटी जी का जन्म (जन्म- 27 मार्च, 1923, सियालकोट, ब्रिटिश {अब पाकिस्तान} व मृत्यु- 3 दिसम्बर, 2020) को सियालकोट के मौहल्ला मियानापुर में हुआ था। सियालकोट अब पाकिस्तान में है। उनका परिवार बेहद सामान्य परिवार था। पिता का नाम महाशय चुन्नीलाल और माता का नाम चनन देवी था जिनके नाम पर दिल्ली के जनकपुरी में चनन देवी हॉस्पिटल भी है। धर्मपाल जी का पढाई- लिखाई में बिलकुल भी मन नही लगता था जबकि उनके पिता जी चाहते थे कि वह खूब पढ़ें।लेकिन ये बात उनके पिता जी समझ चुके थे कि धर्मपाल जी का मन अब आगे पढने का नही है। जैसे तैसे उन्होंने चौथी कक्षा पास की और पांचवी में वह फेल हो गए और स्कूल छोड़ दिया। इसके बाद उनके पिता जी ने उन्हें एक बढई की दुकान पर काम सिखने के लिए लगा दिया। लेकिन धर्मपाल जी का मन नही लगा और उन्होंने वो काम भी नही सीखा। 15 वर्ष की अपनी जिंदगी में वो 50 काम कर चुके थे। उन दिनों सियालकोट लाल मिर्च के बाज़ार के लिए जाना जाता था तो उनके पिता ने उन्हें एक मसाले की दुकान खुलवा दी, जिसका नाम रखा 'महाशय दी हट्टी' (इसी 'महाशय दी हट्टी' से आया है एमडीएच)। धीरे धीरे काम अच्छा हो गया और खुब चलने लगा लेकिन तब तक भारत अपनी आज़ादी के लड़ाई के करीब पहुँच गया था और भारत पाकिस्तान का विभाजन उनके लिए एक बड़ी समस्या बन गया।भारत के बंटवारे के वक्त परिवार सियालकोट से दिल्ली के करोलबाग में आकर बसा था और धर्मपाल गुलाटी दिल्ली के कुतुब रोड़ पर तांगा चलाते थे। फिर मसालों को कूटकर बेचने लगे और वक्त के साथ उनका बिजनेस फैलता गया। महाशय धर्मपाल गुलाटी ने 1953 में चांदनी चौक में एक दुकान किराए पर ली। इसके बाद जब कारोबार बढ़ने लगा तो 1959 में कीर्ति नगर में एक प्लाट खरीदकर फैक्ट्री खोली।महाशय गुलाटी परिवार के मुखिया की भूमिका में रहते हैं। हरेक बड़ा फैसला उनकी जानकारी के बाद ही लिया जाता है। महाशय धर्मपाल पक्के आर्यसमाजी हैं। वे आर्य समाज, कीर्ति नगर के होने वाले चुनावों में लड़ते थे।करोलबाग में नहीं पहनते चप्पल-जूतेःधर्मपाल गुलाटी दिल्ली के करोलबाग में नंगे पांव घूमते हैं। इसकी वजह उन्होंने अपने एक दोस्त को बताते हुए कहा, काके, करोल बाग में जब भी आता हूं तो जूते-चप्पल पहनकर नहीं घूमता। मेरे लिए करोल बाग मंदिर से कम नहीं है। इसी करोल बाग में खाली हाथ आया था। यहां पर रहते हुये ही मैंने कारोबारी जिंदगी में इतनी बुलंदियों को छूआ। धर्मपाल गुलाटी भारत के सफल बिजनेसमैन हैं।महाशय धर्मपाल गुलाटी एक सफल उद्योगपति हैं तथा उन्होंने अपने जीवन में कडा संघर्ष किया है। 1959 में महाशय धर्मपाल ने दिल्ली के कीर्ति नगर में मसाला पीसने की फैक्ट्री लगाई और फिर कारवां चलता चला गया। आज एमडीएच की देशभर में 15 फैक्ट्री हैं।पद्मविभूषण से हो चुके हैं सम्मानितकारोबार और फूड प्रोसेसिंग में योगदान के लिए महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने पिछले साल महाशय धर्मपाल जी को पद्म भूषण से सम्मानित किया था।मृत्यु:3 दिसम्बर, 2020 को सुबह करीब 5 बजकर 38 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांसें लीं। पिछले दिनों उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, लेकिन वह कोरोना से ठीक हो गए थे। बताया जाता है कि महाशय धर्मपाल गुलाटी को गुरुवार सुबह हार्ट अटैक आया, जिसके बाद उनका निधन हो गया।